जटा विशाल, रूप विकराल, कालों का काल, मेरा महाकाल। जटा विशाल, रूप विकराल, कालों का काल, मेरा महाकाल।
पाप - पुण्य का लेखा - जोखा, मानुष यहीं पर पाता है पाप - पुण्य का लेखा - जोखा, मानुष यहीं पर पाता है
तेरी दुनियां बसाकर मन मेरा बैरागी बना दिया। तेरी दुनियां बसाकर मन मेरा बैरागी बना दिया।
मेरा समाज जाग चुका है , वैष्णव बैरागी समाज उत्थान का. मेरा समाज जाग चुका है , वैष्णव बैरागी समाज उत्थान का.
रोये थे शिव भी बहुत किए थे तांडव भारी आत्महत्या जब सती ने की देह जल गई सारी रोये थे शिव भी बहुत किए थे तांडव भारी आत्महत्या जब सती ने की देह जल गई सारी
एक रोज क्या मेरा नन्हा राहुल भी मर जाएगा एक रोज क्या मेरा नन्हा राहुल भी मर जाएगा