अनंत काल से वर्तमान आँचल ममता लहराया नारी। अनंत काल से वर्तमान आँचल ममता लहराया नारी।
हम भारत के नन्हे बच्चे देश जगाने आए हैं। हम भारत के नन्हे बच्चे देश जगाने आए हैं।
काम की आस लिए अब बैठते मज़दूर नहीं क्यों? काम की आस लिए अब बैठते मज़दूर नहीं क्यों?
यूँ तो केवल एक बरस का, ही तो परिचय हुआ हमारा पर लगता है रही पुरानी, बहुत पुरानी अपनी यारी। यूँ तो केवल एक बरस का, ही तो परिचय हुआ हमारा पर लगता है रही पुरानी, बहुत पुरा...
स्वतंत्रता की वेदी पर शीश नवाने आये हैं भारत को हम सर्वोच्च भारत करने आये हैं. स्वतंत्रता की वेदी पर शीश नवाने आये हैं भारत को हम सर्वोच्च भारत करने आये हैं.
वंदेमातरम का नित मैं गीत गाऊंगा, त्याग और सेवा से हर जन को जगाऊंगा। वंदेमातरम का नित मैं गीत गाऊंगा, त्याग और सेवा से हर जन को जगाऊंगा।