अकुलाई सी शुष्क धरा पर, जब रिमझिम बूंदे आती। अहा! सुहाना दृश्य देखकर, मन कलियाँ खिलती जाती। नि... अकुलाई सी शुष्क धरा पर, जब रिमझिम बूंदे आती। अहा! सुहाना दृश्य देखकर, मन कलिय...
रुप सलोना सादा सा, नाज़ो-नखरे , आदत जैसे, ओस के मोती जैसे शाख़ों पर, रिमझिम-रिमझिम, जाने कितने, रुप सलोना सादा सा, नाज़ो-नखरे , आदत जैसे, ओस के मोती जैसे शाख़ों पर, रिमझिम-रि...
कुछ तिनके उस बगिया से, जहां पुष्पों में कोई भेद नहीं। कुछ तिनके उस बगिया से, जहां पुष्पों में कोई भेद नहीं।
ना बस में रहा कुछ, ऐसी खोई मैंने सुध बुध। ना बस में रहा कुछ, ऐसी खोई मैंने सुध बुध।