कभी नहीं आ पायेंगे जो, कभी किसी दिवाली में।। कभी नहीं आ पायेंगे जो, कभी किसी दिवाली में।।
कौन करेगा रखवाली, कौन करेगा रखवाली,
रात - दिन रखवाली करें, "शकुन" बोए फ़सल अपार। रात - दिन रखवाली करें, "शकुन" बोए फ़सल अपार।
'जन की खातिर दिन-रैन जागरण करते हैं, विपदा से बचाने मुश्किलों का वरण करते हैं।' अपने परिवार को छोड़ द... 'जन की खातिर दिन-रैन जागरण करते हैं, विपदा से बचाने मुश्किलों का वरण करते हैं।' ...
बारंबार प्रणाम तुझे मां जय कारा शेरावाली दा ! बारंबार प्रणाम तुझे मां जय कारा शेरावाली दा !
हिमालय की चोटी छलनी छलनी होती घाटों में भारतवासी शर्मिंदा है कायरों की चालों से हिमालय की चोटी छलनी छलनी होती घाटों में भारतवासी शर्मिंदा है कायरों की चालों ...