प्रेमी प्रेमिका के बारे में ना जाने क्या क्या सोचता है... वह ऐसी है, वह वैसी है... प्रेमी प्रेमिका के बारे में ना जाने क्या क्या सोचता है... वह ऐसी है, वह वैसी है....
बहुत शरारती होता है कुदरत भी। बहार चाहोगे खिजा आयेगी। बहुत शरारती होता है कुदरत भी। बहार चाहोगे खिजा आयेगी।
फिर क्यों तुम अब भी इतनी दूर हो मुझसे क्यों ये ज्ञात नहीं मुझे; कम से कम ये तो मेरे पास आकर ब... फिर क्यों तुम अब भी इतनी दूर हो मुझसे क्यों ये ज्ञात नहीं मुझे; कम से कम ये...
कभी ख्वाब सुनहरे है दिखा रही मुश्किल राहों से है डरा रही कभी ख़ुशी के गीत सुना रही विरह के राग... कभी ख्वाब सुनहरे है दिखा रही मुश्किल राहों से है डरा रही कभी ख़ुशी के गीत सु...
मैं भी तो आधी चली जाती हूँ तुम्हारे साथ.... कभी तो बात पूरी हो अधूरी ही छोड़ जाते हो हर बार ही ... मैं भी तो आधी चली जाती हूँ तुम्हारे साथ.... कभी तो बात पूरी हो अधूरी ही छोड़...