जो सबब है मेरी बर्बादियों का सब उसे मेरा ख़ुदा जानते हैं। जो सबब है मेरी बर्बादियों का सब उसे मेरा ख़ुदा जानते हैं।
शान-ओ-गुमान वालों के हिस्से भी मौत आई क्या अब भी चाहिए तुम्हें कोई फैसला वक्त से। शान-ओ-गुमान वालों के हिस्से भी मौत आई क्या अब भी चाहिए तुम्हें कोई फैसला वक्त...
फ़ुरसत मिली तो इस शर्त पर मिली के किसी से न मिलें। फ़ुरसत मिली तो इस शर्त पर मिली के किसी से न मिलें।
कह रहे हैं खंडहर जिसे देखकर गाँव मेरा है कोई वीराना नहीं। कह रहे हैं खंडहर जिसे देखकर गाँव मेरा है कोई वीराना नहीं।
चमन उदास है रूत सोगवार मुद्दत से न जाने सोई कहाँ है बहार मुद्दत से! चमन उदास है रूत सोगवार मुद्दत से न जाने सोई कहाँ है बहार मुद्दत से!
बड़ी मुद्दत से रातें तबाह हुईं बड़ी मुद्दत से रातें तबाह हुईं