जब भी कोई महारथी सामने आये, तो हम काक और वो बुलबुल नज़र आये। जब भी कोई महारथी सामने आये, तो हम काक और वो बुलबुल नज़र आये।
बन्दर से नाच रहे.... नाच मेरी बुलबुल की धुन पर थिरक -थिरक नाच रहे। बन्दर से नाच रहे.... नाच मेरी बुलबुल की धुन पर थिरक -थिरक नाच रहे।
होंठों पर, लिए फ़रियाद बैठे हैं। होंठों पर, लिए फ़रियाद बैठे हैं।
नमन है तुझ को भारत रत्न लता मंगेशकर नमन है तुझ को भारत रत्न लता मंगेशकर
इस जगह जगह बहार ही बहार थी रौशनी थी, गन्ध थी, बयार थी जब से तुम मिले, हम तेरे हुये इस जगह को छोड़... इस जगह जगह बहार ही बहार थी रौशनी थी, गन्ध थी, बयार थी जब से तुम मिले, हम तेरे ...
क्यों निचोड़ देते हो दिल को नाहक? लोग दिल की कहां दिमाग की सुनते हैं! उलझ जाते हैं उलझनों में उतने... क्यों निचोड़ देते हो दिल को नाहक? लोग दिल की कहां दिमाग की सुनते हैं! उलझ जाते...