तो ठहर जाता है ये वक्त, थम जाते हैं ये पहर तो ठहर जाता है ये वक्त, थम जाते हैं ये पहर
ये आग गर भड़क गई तो शोला बन के उठेगी ये आग गर भड़क गई तो शोला बन के उठेगी
मेरे ख्वाब उनके लिए तरन्नुम गाते हैं, सच में न सही, ख्वाबों में रोज़ आते हैं, मेरे ख्वाब उनके लिए तरन्नुम गाते हैं, सच में न सही, ख्वाबों में रोज़ आते हैं,
न कर सहन अपमान का, तू है अहसास आसमान का! न कर सहन अपमान का, तू है अहसास आसमान का!
क्या नसीब नहीं हुआ, ख्वाब देखा क्या नहीं। ऐसा शख्स कौन है, ख्वाब बाकी जिसका नहीं।। क्या नसीब नहीं हुआ, ख्वाब देखा क्या नहीं। ऐसा शख्स कौन है, ख्वाब बाकी जिसका न...