कभी बंद आँखों से कभी खुली आँखों से चुपचाप अकेले में कभी बंद आँखों से कभी खुली आँखों से चुपचाप अकेले में
उसको पुलिस पकड़ ले जाए उसको पुलिस पकड़ ले जाए
गर्ज के हमने बोला, है इतना उन्हें। कायरों भाग जाओ, हम छोड़ दिया गर्ज के हमने बोला, है इतना उन्हें। कायरों भाग जाओ, हम छोड़ दिया
मां थपकियां देकर सुला मुझे। नींद न मिली काफ़िले बहुत थे।। मां थपकियां देकर सुला मुझे। नींद न मिली काफ़िले बहुत थे।।
घुटनों पर ही उसके संग चल पाऊं पर यह मेरा सच्चा साथी था, अब चुप है। घुटनों पर ही उसके संग चल पाऊं पर यह मेरा सच्चा साथी था, अब चुप है।
झरना हूँ मैं चंचल, पानी से भरा छल -छल, छू लो चाहे तो, पर पकड़ न पाओ झरना हूँ मैं चंचल, पानी से भरा छल -छल, छू लो चाहे तो, पर पकड़ न पाओ