र शब्द का अर्थ व्यर्थ करती वो सुगंध सी चंदन में वो है, मंथन में वो है वो है कही चाँद - सितारों... र शब्द का अर्थ व्यर्थ करती वो सुगंध सी चंदन में वो है, मंथन में वो है वो ह...
इक तितली ने अपने पंखों में समेटे हैं इक तितली ने अपने पंखों में समेटे हैं
मेरी रात हसीन है तुमसे मेरा सुबह सवेरा तुम हो मेरी रात हसीन है तुमसे मेरा सुबह सवेरा तुम हो
पर उनके नाजुक कंधों पर,कभी न बस्ता भारी रख। पर उनके नाजुक कंधों पर,कभी न बस्ता भारी रख।
मुश्किलों के भंवर में फंसी ज़िन्दगी जैसे नदी में एक ऐसी रूह जिसे तैरना भी ना आता हो। मुश्किलों के भंवर में फंसी ज़िन्दगी जैसे नदी में एक ऐसी रूह जिसे तैरना भी ना आता ...
सूखी पड़ी धरती जैसे किसानों का दिल टूटा हो। सूखी पड़ी धरती जैसे किसानों का दिल टूटा हो।