कहने को तो लोग बहुत कुछ कहते है, जब आप एक नयी शुरुआत करते है कहने को तो लोग बहुत कुछ कहते है, जब आप एक नयी शुरुआत करते है
कल मेरी आँखों से बरसता रहा तू रात भर और तेरी दहलीज ने भीगे , ये मुमकिन नहीं। कल मेरी आँखों से बरसता रहा तू रात भर और तेरी दहलीज ने भीगे , ये मुमकिन नहीं।
पलकों पे बिठाते है, जब तक न निकले मतलब फिर मुँह मोड़ लेना, दुनिया की है रिवायत पलकों पे बिठाते है, जब तक न निकले मतलब फिर मुँह मोड़ लेना, दुनिया की है रिवायत
बेवजह फिर मशरिफ -मगरिब की बातें फिर से बे-अदबी, खलिश, बेसबब-सी जिद। रिश्ते निभाना भी इक इबादत है..... बेवजह फिर मशरिफ -मगरिब की बातें फिर से बे-अदबी, खलिश, बेसबब-सी जिद। रिश्ते निभ...
तारीख-ऐ-हुकूमत में ख़ामोशी जरूरी भी है जीने की उम्मीद है उसको सो चुप रहता है। तारीख-ऐ-हुकूमत में ख़ामोशी जरूरी भी है जीने की उम्मीद है उसको सो चुप रहता है।
पर उनके नाजुक कंधों पर,कभी न बस्ता भारी रख। पर उनके नाजुक कंधों पर,कभी न बस्ता भारी रख।