सोच लो कि अपना श्राद्ध कर लिया हमने और दुआओं से दामन अपना भर लो। सोच लो कि अपना श्राद्ध कर लिया हमने और दुआओं से दामन अपना भर लो।
मैं उठी सहमकर पलकें झपकायी, फिर गुनगुनायी उसे देखकर मैं उठी सहमकर पलकें झपकायी, फिर गुनगुनायी उसे देखकर
सपना मेरा है, मेरा भारत कुछ ऐसा हो, भाईचारा, सेवा भावना हो सबके मन में। पैसों के कारण कोई जीवन ना ... सपना मेरा है, मेरा भारत कुछ ऐसा हो, भाईचारा, सेवा भावना हो सबके मन में। पैसों ...
बेग़ानों को तो ख़ैर फ़ितरतन, ताउम्र बेग़ाना ही रहना था; शिक़ायत अपने साये से है जो अब मेरे साथ नहीं... बेग़ानों को तो ख़ैर फ़ितरतन, ताउम्र बेग़ाना ही रहना था; शिक़ायत अपने साये से है...
किसी को मुस्कान दे दी बेवजह ही और किसी को बेआवाज चीख दे गया। किसी को मुस्कान दे दी बेवजह ही और किसी को बेआवाज चीख दे गया।
क्यूंकि उसे पालकी पर नहीं अर्थी पर लिटाया जा रहा था। क्यूंकि उसे पालकी पर नहीं अर्थी पर लिटाया जा रहा था।