ये मासूम आखिर क्यों जीवन की पटरी से बे-वक़्त ‘डी-रेल’ हो गए ये मासूम आखिर क्यों जीवन की पटरी से बे-वक़्त ‘डी-रेल’ हो गए
क्यों ? क्योंकि प्यार ही आइडियल है और प्यार ही आइडियोलॉजी ! क्यों ? क्योंकि प्यार ही आइडियल है और प्यार ही आइडियोलॉजी !
बहुत कुछ है लिखने को ये जनता है सब लिखवा देती है। बहुत कुछ है लिखने को ये जनता है सब लिखवा देती है।
निर्दयता को अपनी यह ताकत कहते है। निर्दयता को अपनी यह ताकत कहते है।
बढ़ रही है नफ़रतों की सरहदें, हम फकत करते रहे बर्दाश्त क्या! बढ़ रही है नफ़रतों की सरहदें, हम फकत करते रहे बर्दाश्त क्या!
लगता है ये मानवता का शोर ये शहरी रफ्तार का भी एक भावी मोल है लगता है ये मानवता का शोर ये शहरी रफ्तार का भी एक भावी मोल है