वो छोटा टुकड़ा चाँद का, जो समंदर में गिर गया। वो छोटा टुकड़ा चाँद का, जो समंदर में गिर गया।
रौंदने पर भी फिर गिर गिर कर पत्ते गिरने से बाज नहीं आते हैं। रौंदने पर भी फिर गिर गिर कर पत्ते गिरने से बाज नहीं आते हैं।
ठोकर लगी तो गिर पड़े फिर दर्द लेकर गली से चले, ठोकर लगी तो गिर पड़े फिर दर्द लेकर गली से चले,
किसी का विश्वास शीशे जैसा घर जो टूट जाये तो फिर न जुड़े नर किसी का विश्वास शीशे जैसा घर जो टूट जाये तो फिर न जुड़े नर