कवि थे, कवि हैं,कवि होंगे,कवि रहेंगे तुम्हारे अमिट निशान, सारे जगत के कवियों को पहुंचे कवि थे, कवि हैं,कवि होंगे,कवि रहेंगे तुम्हारे अमिट निशान, सारे जगत के कवियों ...
ज़िंदा रखते मन की दहलीज़ पर ठहरे भावों को अल्फाज़ों की तुला में तोलती है कविताएँ ज़िंदा रखते मन की दहलीज़ पर ठहरे भावों को अल्फाज़ों की तुला में तोलती है कविताएँ
देश पहुँच तो गया चाँद पर शिक्षा पीछे ही रह गई है देश पहुँच तो गया चाँद पर शिक्षा पीछे ही रह गई है
कवियों लेखकों की लेखनी का उद्गार है निराला प्रेमचंद पंत का ये संसार है कवियों लेखकों की लेखनी का उद्गार है निराला प्रेमचंद पंत का ये संसार है
मैं सब कवियों से कहता हूँ तुम सौम्य और मृदुभाषी बनो, देश के हित और अहित पर जब आए बात मैं सब कवियों से कहता हूँ तुम सौम्य और मृदुभाषी बनो, देश के हित और अहित पर ज...