मैं मैं ना रहा उसका हो कर, किसी बेचैन रूह का किनारा हूं. मैं मैं ना रहा उसका हो कर, किसी बेचैन रूह का किनारा हूं.
जो रूसवायी थी मेरी उल्फत में तेरे क़दमों की आहट का इंतज़ार आज भी है. जो रूसवायी थी मेरी उल्फत में तेरे क़दमों की आहट का इंतज़ार आज भी है.
हर किसी पे ही उल्फ़त लुटाती रही जिंदगी प्यार के गीत गाती रही। हर किसी पे ही उल्फ़त लुटाती रही जिंदगी प्यार के गीत गाती रही।
नहीं आया वो मिलने को मगर हमसे यारों उसकी आज़म राह बस देखते रहे है हम। नहीं आया वो मिलने को मगर हमसे यारों उसकी आज़म राह बस देखते रहे है हम।
तू लौट आ दिन के दिन गांव को आज़म रहना नगर उसके तू रात छोड़ दें। तू लौट आ दिन के दिन गांव को आज़म रहना नगर उसके तू रात छोड़ दें।
दिल में रखीं तस्वीरें हैं, पन्नों सी बिखरी हुईं!! दिल में रखीं तस्वीरें हैं, पन्नों सी बिखरी हुईं!!