उम्र गुज़र गई यह समझने समझाने में; वक़्त तो ठहरा रहता है गुज़रते हैं हम! उम्र गुज़र गई यह समझने समझाने में; वक़्त तो ठहरा रहता है गुज़रते हैं हम!
जैसी भी हो जाएं परिस्थितियां तुम मुस्कुराकर जी लो। जैसी भी हो जाएं परिस्थितियां तुम मुस्कुराकर जी लो।
हर पल खुशी ढूँढता हूँ मैं। हर पल खुशी ढूँढता हूँ मैं।
खयालों में न सही खयालों में न सही
नारी तुम बँधी हो केवल अपने सपनों के संसार से। नारी तुम बँधी हो केवल अपने सपनों के संसार से।
उतार-चढ़ाव के रंग-रूप बदल उम्मीद नई देकर जाता। उतार-चढ़ाव के रंग-रूप बदल उम्मीद नई देकर जाता।