शुरू करें अनजान सफर शुरू करें अनजान सफर
पहले प्यार की शुरुआत आंखों से होती है। ये कविता इस ही एहसास को बंया करती है। पहले प्यार की शुरुआत आंखों से होती है। ये कविता इस ही एहसास को बंया करती है।
फोन की हर घंटी पर इंतजा़र आपके नाम का लेकिन कभी जो नाम दर्ज था फोन में वो अब केवल एक नम्बर ... फोन की हर घंटी पर इंतजा़र आपके नाम का लेकिन कभी जो नाम दर्ज था फोन में ...
कलीराम की आंखें देखो बातें देखो , जूते देखो। कलीराम की आंखें देखो बातें देखो , जूते देखो।
ज़िन्दगी की होड़ में फ़िज़ूल सी दौड़ में, बेवजह जखम लिए परेशान ही रहा हूं मैं। ज़िन्दगी की होड़ में फ़िज़ूल सी दौड़ में, बेवजह जखम लिए परेशान ही रहा ह...
'और किसी रात नींद में भी तुम खिलखिला कर हंस देते हो सुबह तुम्हारे ख्वाबो के जाने कितने तर्जुमे करते ... 'और किसी रात नींद में भी तुम खिलखिला कर हंस देते हो सुबह तुम्हारे ख्वाबो के जाने...