अधजली सिगरेट और अधजला मन अधजली सिगरेट और अधजला मन
हजारों ख्वाईश मन में दबाता अनेक बातें लोगों से छुपाता दोस्तों की भीड़ में भी... अकेला ही खडा रहा ... हजारों ख्वाईश मन में दबाता अनेक बातें लोगों से छुपाता दोस्तों की भीड़ में भी.....
पहले जैसा हरा भी। दिन पर दिन होता और बड़ा भी। पहले जैसा हरा भी। दिन पर दिन होता और बड़ा भी।
दिल यह मानने को तैयार ही नहीं था कि उसे पराए हुए एक जमाना हो गया है। दिल यह मानने को तैयार ही नहीं था कि उसे पराए हुए एक जमाना हो गया है।