ज़िन्दगी में
ज़िन्दगी में
प्यार करना है तो सीरत से करो,
सूरत में क्या रखा है,
किसको अपना माना हैं तो
दिल से मानो मतलब में क्या रखा है,
यूँ तो लोग बहुत मिलेंगे ज़िन्दगी में
पर एक सच्चे इंसान को पहचानों
भीड़ में क्या रखा है,
तकलीफ़ भी बहुत है इस दुनिया में
पर सदा मुस्कुराते हो, क्योंकि
ग़मगीन रहने में क्या रखा है
