यह जन्म भारत देश के नाम
यह जन्म भारत देश के नाम
जानती नहीं मैं ज्यादा इतिहास,
ना जानूँ अधिक भूगोल।
नागरिक शास्त्र से पता चला,
मिले हमें मौलिक अधिकार अनमोल।
शिक्षा का अधिकार मिला हमें, सर्वोत्तम मौलिक अधिकार,
कर्तव्य बोध करवाये जो , शिक्षा का है मूल सार।
सर्वोच्च कर्तव्य बोध कौन सा?
क्या? निर्वहन देश की सेवा का?
ना मैं फौज़ी, ना मैं सिपाही,
करूँ कैसे देश सेवा, यही मेरे मन माही।
कर्तव्य बोध करवाया जिसने,
मिल गया उत्तर उससे।
शिक्षण-अधिगम के पथ पर चलकर,
शिक्षक-फौज़ी, सिपाही-डॉक्टर बनाओ डटकर।
फूलों से कोमल मन को पढ़कर,
ऊँचे ऊँचे पेड़ बनाओ बढ़ - चढ़कर।
बच्चों के सर्वांगीण विकास में कर योगदान,
अब होगा महादान।
यही भाव लिए मन में,
कर दिया यह जन्म देश के नाम।
