वो पिता ही होता है।
वो पिता ही होता है।
बेशक माँ की गोद में बच्चा खेलता है
पर वो पिता ही होता है जिसकी
उंगली पकड़कर वो चलना सीखता है,
बिना शर्त के प्यार करता है
वो पिता ही होता है जो अपने बच्चों का
खुद से ज्यादा ख़्याल रखता है,
चट्टान की तरह अडिग रहता है
वो पिता ही होता है जो हर समस्या से
जूझने के लिए सबके आगे खड़ा रहता है
जरूरत पड़ने पर अपनी जान भी
दाव पर लगा देता है
वो पिता ही होता है जो अपने लिए नहीं
अपने परिवार के लिए जीता है
बेटी की बिदाई कर छुप छुप कर रोता है
वो पिता ही होता है जो भावनाओं में ना उलझ
कर वक़्त के साथ चलता है,
जिन बच्चो को अपने कंधे पर बिठाया था
उन्ही के कंधों पर एक दिन बिदा लेता है
हां वो पिता ही होता है जो
जाते जाते भी बहुत कुछ दे जाता है।