तुम बिन
तुम बिन
तुम प्रेम की मूरत हो तुम ममता का सागर
तुमसे ही घर है और तुमसे ही संसार
तुम बिन इस दुनिया मैं सब है बेकार
पत्नी के रूप मै घर को संभालती हो
और मां के रूप मै बच्चो को संभालती हो
बहिन, बेटी के रूप मै अपने घर को संभालती हो
तुम बिन नही कोई कल्पना एस संसार मैं
तुम बिन बाबुल का घर है सूना सूना
और तुम बिन नही कोई ससुराल खुश हाल
इसलिए नारी को करो सम्मान और रहो खुश हाल
तुम सृष्टि की रचिता ये जग है सुना तुम बिन
बेटा भाई और पति किसी का वजूद नही तुम बिन
नमन है नारी शक्ति को ये संसार है सुना तुम बिन।