स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस
लड़ लड़ कर आज़ाद हुए हम
आज़ादी के बाद भी लड़ रहे हैं ,
पहले अंग्रेजों से तो
अब अपनो से ही लड़ रहे हैं।
आज़ादी को कई साल हो गए
पर आखिर क्या ही पाया उसने !
ये स्वतंत्रता वो मनाए कैसे
जब उसके स्वतंत्र होने को
लोग गुनाह हैं कहते।
उसका बाहर जाना
पढ़ाई करना
खुलकर हसना
यहाँ तक कि अपनी बात रखना
हर चीज मे रोक ठोक हैं लगाते।
आज़ाद हुआ ये देश है ,
देश की बेटियाँ अब भी बंधी हैं।
आखिर कब तक लूटेगी आबरू बेटी की ?
कब तक चलेगी ये लड़ाई वजूद की ?
देश की शान हैं बेटियाँ
हर क्षेत्र मे उत्तम हैंं बेटियाँ,
रोको नहीं उन्हे अब आगे बढ़ने दो
तिरंगे को हर बार उँचा करेंगी बेटियाँ।