सरला की दोहावली
सरला की दोहावली
भारत के ये पर्व
1- शरद पूर्णिमा
माँ लक्ष्मी की वन्दना, शरद पूर्णिमा रात।
पूरी हो हर कामना, सिद्ध सभी हो बात।।
2- रमा एकादशी
केशव लक्ष्मी साथ में, पूजें इस दिन खास।
यही रमा एकादशी, आता कार्तिक मास।।
3-धन तेरस
धन्वन्तरि को पूजते, माँ लक्ष्मी के साथ।
धनतेरस शुभ पर्व है,आता है धन हाथ।।
4-नरक चतुर्दशी
रखते व्रत उपवास हैं, जला दीप इक शाम ।
ये है नरक चतुर्दशी, यम के जाता नाम।।
5-दीपावली
चौदह वर्ष के बाद जब, लौटे थे श्रीराम।
घी के दीपक को जला, सजा अयोध्या धाम।।
6-गोवर्धन पूजा
गोवर्धन पूजा करें, बना मूर्ति भगवान।
कान्हा जी को पूजते, देते सब सम्मान।।
7-भैया दूज
भाई बहन का पर्व है, आता कार्तिक मास।
करती मंगल कामना, भाई के हित खास।।
8-अक्षय नवमी
अक्षय नवमी व्रत करें, सभी विष्णु के नाम।
मिलती है उनकी कृपा, सिद्ध सभी हों काम।।
9-तुलसी विवाह
तुलसी विवाह से सखी, खुश होते भगवान।
मनोकामना पूर्ण हो, फल भी यज्ञ समान।।
10-काल भैरव जयंती
भैरव जी का जन्म दिन, माघ अष्टमी जान।
रौद्र रूप शिव के यही, कहते वेद पुरान।।