शहीदों के नाम
शहीदों के नाम


शत -शत नमन उन सबको मैं बारम्बार करती हूँ,
मेरी कविता से मैं शहीदों को नमन - प्रणाम करती हूँ l
देश के खातिर दिया बलिदान उन सब ने,
देश के खातिर किया सब त्याग उन सब ने,
आँच ना आए वतन पर यह समझकर भी,
कर दिए यूँ प्राण -न्योछावर सभी हसते -ख़ुशी,
इन वंदनीय इन पूज्यनीय की वंदना मैं करती हूँ,
मेरी कविता से मैं शहीदों को नमन -प्रणाम करती हूँ l
सम्मान के वें योग्य हैं, हैं योग्य उनके माँ -पिता,
जिनके सपूतों की प्रशंसा करती है दुनिया सदा,
गर्व से सब सुनते है उनके सपूतों की कथा,
मैं हाथ जोड़ कर उन वीरों को नमस्कार बस करती हूँ,
<
strong>मेरी कविता से मैं शहीदों को नमन -प्रणाम करती हूँ l
मैं वन्दे मातरम कह कर
ख़ुशी का भाव रखती हूँ,
मैं धरती माँ की बेटी हूँ
मैं इसका गर्व करती हूँ,
यूँ अपने देश की माटी को माथे से रगड़ कर के,
कि तन -मन -धन ये जीवन भी
वतन के नाम करती हूँ l
किया है प्राण -न्योछावर
शहीदों ने तिरंगे के लिए,
निडर हो कर लड़े दिन- रात वें
तिरंगे से लिपटने के लिए,
वतन के वीर सपूतों की सभी गुणगान करते हैं,
लिया है जन्म हम सब ने,
ध्वज के सम्मान के लिएl