जिन मंज़िलों की राह, नहीं मालूम उन मंज़िलों की, तलाश में निकल जाओ... जिन मंज़िलों की राह, नहीं मालूम उन मंज़िलों की, तलाश में निकल जाओ...
जिसका न कोई आरंभ है और ना कोई अंत है। जिसका न कोई आरंभ है और ना कोई अंत है।
क गया हूँ मै, उस से कहना, है मन हल्का सा भारी बोझ। क गया हूँ मै, उस से कहना, है मन हल्का सा भारी बोझ।
कुछ ज्यादा न समझना कि बिलकुल ही बेकार हूँ मैंकुछ यूँ समझ लो की थोड़ा सा बेरोज़गार हूँ मैं... कुछ ज्यादा न समझना कि बिलकुल ही बेकार हूँ मैंकुछ यूँ समझ लो की थोड़ा सा बेरोज़गार ...
पहले प्यार का पहला नशा, ऐसा चढ़ा कि मैं बिखर गया। पहले प्यार का पहला नशा, ऐसा चढ़ा कि मैं बिखर गया।
तुझसे मोहब्बत करने का में अंजाम दुदनः रही हूँ। तुझसे मोहब्बत करने का में अंजाम दुदनः रही हूँ।