Bibha Ranjan
Abstract
मेरी साँसों को छुकर तुम प्राण वायु दे गये
अधखिले सपनों को एक प्रतिबिंब दे गयेे।
जिंदगी के रुप
र्शीर्षक "" ...
कईं रिश्तों से मिलक़र परिवार ब़नता हैं एक़ परिवार सुखीं जीवन क़ा आधार हैं। कईं रिश्तों से मिलक़र परिवार ब़नता हैं एक़ परिवार सुखीं जीवन क़ा आधार हैं।
बनाएं हम एक नया भारत कहानियों का। बनाएं हम एक नया भारत कहानियों का।
जिसे तुम मिलो, उसे दुनिया की, हर कायनात मिले जिसे तुम मिलो, उसे दुनिया की, हर कायनात मिले
मेरे रब ने को मुझ पर मेहरबानी यारी हमारी बनेगी एक कहानी। मेरे रब ने को मुझ पर मेहरबानी यारी हमारी बनेगी एक कहानी।
देखो किस्मत बाबाओं ने धूनी छोड़ी सांग भर रहे जनता की मति भरमाई। देखो किस्मत बाबाओं ने धूनी छोड़ी सांग भर रहे जनता की मति भरमाई।
तो खुशी से इन्द्रधनुष बना देता आफताब। तो खुशी से इन्द्रधनुष बना देता आफताब।
पूरा संसार ही ऐसा ही विचार है, यही जीवन का सार है, संस्कार ही तो है। पूरा संसार ही ऐसा ही विचार है, यही जीवन का सार है, संस्कार ही तो है।
उनमें ही होंगे धोखेबाज, करीब जो बहुत हैं तेरे। जुबां रखना खामोश ही, बन्द किताब हो तेरी उनमें ही होंगे धोखेबाज, करीब जो बहुत हैं तेरे। जुबां रखना खामोश ही, बन्द किता...
तीरंदाज कई होते हैं , अर्जुन एक ही होता है। तीरंदाज कई होते हैं , अर्जुन एक ही होता है।
मेरा रूप है तू दूसरा मेरी जिंदगी की डोर है मेरा रूप है तू दूसरा मेरी जिंदगी की डोर है
दिवाली की रंगोली और होली का रंग यहाँ, अपनों के संग रिश्तो में मिठास घोलता परिवार। दिवाली की रंगोली और होली का रंग यहाँ, अपनों के संग रिश्तो में मिठास घोलता परि...
आशीर्वाद मां बाप का और साथ गुरु का जो रहा। आशीर्वाद मां बाप का और साथ गुरु का जो रहा।
परिवार एकजुट रहे सब सलामत सर्वश्रेष्ठ परिवार नंदू कुटुंब मन्नत। परिवार एकजुट रहे सब सलामत सर्वश्रेष्ठ परिवार नंदू कुटुंब मन्नत।
शिवा हो जाती हैं, अंतस मन मे तुझमे समा, मैं वैदेही हो जाती हूँ, मैं वैदेही हो जाती ह शिवा हो जाती हैं, अंतस मन मे तुझमे समा, मैं वैदेही हो जाती हूँ, मैं वैद...
किसी की दुर्बलता का आधार, लेकिन सबकी पहली आवश्यकता है परिवार। किसी की दुर्बलता का आधार, लेकिन सबकी पहली आवश्यकता है परिवार।
मित्रता ही एक नाता ऐसा, जिसका चयन करता इंसान। मित्रता ही एक नाता ऐसा, जिसका चयन करता इंसान।
चलते चलते थक गया बुझ गए मन के दिए कोन जाने किस घड़ी तुम कहां और मैं कहां। चलते चलते थक गया बुझ गए मन के दिए कोन जाने किस घड़ी तुम कहां और मैं कहा...
दादा दादी नाना नानी परिवार रिश्तो का दर्पण होता है। दादा दादी नाना नानी परिवार रिश्तो का दर्पण होता है।
यही है मीत मेरे और यही तो है... मेरा परिवार... यही है मीत मेरे और यही तो है... मेरा परिवार...
समय रहते जाग जाओ छोड़ो यूं ही सजना संवरना मोम की गुड़िया बनना समय रहते जाग जाओ छोड़ो यूं ही सजना संवरना मोम की गुड़िया बनना