रंग दे बसंती चोला
रंग दे बसंती चोला
आज हम बड़े शान से,आजादी का उत्सव मनाते हैं,
राष्ट्रीय पर्व है यह हमारा,देश का तिरंगा झंडा फहराते हैं।
आओ आज उन शहीदों की कुर्बानी याद करते हैं,
देश आजाद जिन वीरों ने करवाया उन्हें नमन कर लेते हैं।
सोचो इस आजादी की खातिर कितने जवान शहीद हुए,
भारत माता की आबरु बचाने आजादी के दिवाने लड़ते रहे।
कवियों ने कलम को हथियार बनाकर स्वतंत्रता का अलख जगाया था,
सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर, बापू ने असहयोग आंदोलन चलाया था,
अंग्रेजों को बाहर का रास्ता दिखाकर देश पर अपना हक बताया था,
भगत सिंह,राजगुरु, सुखदेव जैसे क्रांतिकारियों ने हँसते-हँसते मौत को गले लगाया था।
अब उन शहीदों की कुर्बानी व्यर्थ ना जाने देंगे,
आजादी के जश्न के साथ हम यह संकल्प भी लेंगे,
अखंड भारत का सपना जो उन वीरों ने देखा था, उसे ना टूटने देंगे, अपने देश की अखंडता पर फूट ना पड़ने देंगे।
चलो उन्हें नमन कर हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं ,
देश पर आँच ना आने देंगे कभी हम यह कसम खाते हैं
देश पर आँच ना आने देंगे कभी हम यह कसम खाते हैं।।