पसंद नहीं
पसंद नहीं
तुम्हे कुछ पल के लिए भी किसी और के साथ देखना मुझे पसंद नही ।।
तुम्हारा ये बोलना की " वो वेसा करती थी , ऐसा करती थी " ( उसके बारे मैं सुनना ) पसंद नहीं ।।
मुझसे बात करते समय तुम्हारा उसकी नाम लेना मुझे पसंद नहीं ।।
किसी ओर के साथ तुम्हे देखना मुझे पसंद नहीं ।।
जो तुम्हे रुला के ईगो , ऐटिटूड दिखाके चली गई उसकी यादें , उसकी बातें , उसकी तस्वीर अभी भी तुम्हारे फ़ोन पे हे ये मुझे पसंद नहीं ।।
हम दोनों के बातों के बीच उस खतरनाक डायन का नाम गलती से भी सुनना मुझे पसंद नहीं ।।
किसी कुत्तिया को याद करके बिना खाये पिए तुम्हारा उसके लिए रोना , दर्द पाना ये मुझे पसंद नहीं ।।
हम दोनों केे बीच किसी ओर का आना , कोई दूसरे का सोचना ये मुझे जरा सी भी पसंद नहीं , चाहे वो दोस्त हो या पास्ट हो ।।
कोई तीसरा आदमी हमारे रिलेशनशिप के बारे में कुछ भी बोले ये मुझे पसंद नहीं ।।
तुम मुझसे बातें करो , लड़ाई करो या बहस करो जो करना है मुझसे करो । मैं हर वक़्त तुम्हारे साथ हूँ । लेकिन हमारे इस प्यारे से जन्नत केे बीच किसी डायन या शैतान का घुस आना मुझे बिलकुल पसंद नहीं ।।
