प्रेमी
प्रेमी
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प्रेम में केवल प्रिय का ही
दावा होता है
फिर भी कोई प्रेमी
होने को नइीं कहता
प्रेमी को शक्ति से ही
प्रेम अमर होता है
लेकिन कोई भी प्रेमी होने के
लिए प्रेरित नहीं करता है
जब मुझे प्यार हुआ था
तो किसी ने मुझे प्रेरित नहीं किया
एसलिए मैं एक
अदम्य प्रेमी रहा हूं
गुप रुप से उन चीजों को
सीख सकता है
जो किसी के द्वारा
नहीं सिखाई जाती है।
हम पूरी जीन्दंगी उन बातों ध्यान में रखते हैं
जो किसी के द्वारा
नहीं सिखाई जाती है
चंद्रमा सूर्य से प्रेरित है
फिर भी चांद हर
पखवाड़े मर जाता है
सूरज किसी से प्रेरित
हुए बिना रोशनी दे रहा है
इसलिए सूर्य अमर रहेगा।