"नारी"
"नारी"
'न दिखावा करती हूं न दिखावों पे मरती हूं,
मैं नदी सी शांत और अंगारो सी आग
तुम रहो निस्वार्थ तो मैं निर्मल रहती हूं
बना दिया सीता तो पूरी सोने की लंका को भी
भश्मिभूत करवा देने की ताकत रखती हूं।
'न दिखावा करती हूं न दिखावों पे मरती हूं,
मैं नदी सी शांत और अंगारो सी आग
तुम रहो निस्वार्थ तो मैं निर्मल रहती हूं
बना दिया सीता तो पूरी सोने की लंका को भी
भश्मिभूत करवा देने की ताकत रखती हूं।