मुश्किल है, नामुमकिन नहीं ...
मुश्किल है, नामुमकिन नहीं ...
मुश्किल है, नामुमकिन नहीं ...
मंजिल है वह, कोई मौत का कुआँ नहीं।
गिरेगा तू कभी हार के अगर, उठके फिर से तुझे चलना है,
मजाक तेरा बहुत उड़ाएँगे लोग यहाँ, फिर भी पीछे नहीं अब हटना है।
जोश का यह काम नहीं, दिमाग यहां ज़्यादा लगाना है,
अपने हर एक सोच को, अब रणनीति में तुझे बदलना है।
लाखों चुनौतियों से निपटना है,ठोकर खा खा के पिघलना है,
छोड़ आया जिस समय को, बदला उसका अब लेना है,
सिर्फ धरती नहीं अब तो, उस खुले नीले आश्मान को भी तुझे छूंना है।
बच्चों का यह खेल नहीं, ज्यादा सतर्क तुझे रहना है,
अब तो हर एक कदम पर, मौत भी तेरे साथ खड़ा रहता है।
यह सपना तेरा अपना है, किसी और के लिए इसे खोना नहीं,
माना की यह युद्ध थोड़ा मुश्किल है, पर याद रख!
यह युद्ध नामुमकिन नहीं।