मिट्टी की कीमत
मिट्टी की कीमत
कीमतों के बाजार मे,
एक और कीमत लगाई जाये।
हर मिट्टी की कीमत भी
बेहिसाब लगाईं जायें,
ना बेच पाये वो,
ना खरीद पाते वो,
कितनी कीमत है वो,
इसका हिसाब सबको बताया जाए,
सिंमेट के बाजारों मे,
बस मिट्टी अपनी छुप सी गयी,
ना उभरपाई इतनी कि,
हर पौधे को मिटाती गयी।
इन्सान इतनी लालची हुआ कि
ना उसे सांस लेने दी,
और ना वो खुद साॅंस ले पाया।