कोई बात हो तो बता देना
कोई बात हो तो बता देना
कुछ कहना चाहते हो, बेझिझक कहो,
कुछ हुआ है ? बिना डरे कहो
कुछ परेशान कर रहा है ? खुल कर बोलो।
लोग क्या कहेंगे ? क्या सोचेंगे ?
इसकी फिक्र तुम मत करना,
लोगो का तो काम है कहना !
शायद बेचैनी होंगी, दिल डरेगा,
दिमाग डराएगा या अंधेरा छाएगा
लेकिन अगली सुबह
अपने साथ रोशनी लाएगा।
अंदर ही अंदर घुटना बंद करो,
उस दबी हुई बात को बाहर आने दो,
वक़्त लगेगा लेकिन सब ठीक हो जाएगा।
अपने आप पर और
अपनों पर भरोसा रखना,
कुछ भी हो जाए गलत
कदम कभी ना उठाना।
सुनो,
मैं यहीं हूं तुम्हारे साथ हमेशा।
झिझकना मत बस कह देना,
कोई बात हो तो बता देना।
