ख्याल
ख्याल
पता था निकलोगे रुमाल तुम
नहीं सुन सकोगे मिरा हाल तुम
तलब नींद की है मुझे रात में
चुरा लो ना मेरे सभी ख्याल तुम
धड़कना कहीं दिल बंद कर न दे
हटाओ न चेहरे से यूं बाल तुम
निचोड़ा कहीं का न छोड़ा मुझे
उधेड़ोगे अब क्या मेरी खाल तुम।
पता था निकलोगे रुमाल तुम
नहीं सुन सकोगे मिरा हाल तुम
तलब नींद की है मुझे रात में
चुरा लो ना मेरे सभी ख्याल तुम
धड़कना कहीं दिल बंद कर न दे
हटाओ न चेहरे से यूं बाल तुम
निचोड़ा कहीं का न छोड़ा मुझे
उधेड़ोगे अब क्या मेरी खाल तुम।