जिंदगी
जिंदगी
जिंदगी हर पल हैं एक पहेली
कभी बन जाती हैं सहेली
साथ में खेलती हैं रोज नये-नये खेल
तो कभी नाराज होकर कर लेती हैं बैर
कभी प्यार से सर सहलाती हैं
तो कभी ठोकर दे जाती हैं
बूझो तो और कठिन हो जाती हैं
रूठो तो झट से मना जाती हैं
तन्हाई भी वही देती हैं
हर राह पर साथ भी वही चलती हैं
जिन्दगी बस एक पहेली हैं
बस एक पहेली है।