हर रंग अपना मोल बताता
हर रंग अपना मोल बताता
रंगों का त्योहार है होली,
हर रंग अपना मोल बताता।
गुलाब रंग से मन होता गुलाबी,
चेहरा गुलाब सा सबका खिल जाता।
पीला रंग सोने में ढलकर,
धन वैभव का भाव जगाता।
हरा बतलाता हरीभरी धरती,
खुशहाली चारों ओर फैलाता।
नीला रंग अनंत आसमान का,
आदि अंत का छोर ना पाता।
सफेद रंग होता शांति का,
अमन चैन की सीख दे जाता।
काला रंग काजल बनकर,
नजर ना लगने का टीका बन जाता।
केसरिया रंग चावल में मिलकर,
मंगल कार्य का शुभारंभ कराता।
लाल रंग रक्त में मिलकर,
शक्ति का प्रतीक बन जाता।
जब सारे रंग मिलते आपस में,
जीवन का सुंदर चित्र बन जाता।
