हंस है सच्चा मोती
हंस है सच्चा मोती
मोती रत्नों को चुगे, सरस्वती का हंस
लक्ष्मी का उल्लू करे, दिमाग़ का विध्वंस
दिमाग़ का विध्वंस, बिराजे सिर के ऊपर
रिश्ते-नाते गौण, बनाये सबको जोकर
महावीर कविराय, ज्ञान की जय-जय होती
उल्लू है धनवान, हंस है सच्चा मोती ।