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Vivek Singh

Inspirational

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Vivek Singh

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हमारे रक्षक

हमारे रक्षक

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वो अकेला है फिर भी सबके साथ है

वो दूर है फिर भी हमारे साथ है

हम खुश रहे इसलिए वो सीमा पर तैनात है

वो अकेला है फिर भी सबके साथ है

वो हैै सरहद पर उसे नहीं पता क्या दिन क्या रात है

वो लड़ रहा हमारे लिए जरूर कोई बात है

वो होगा अमर एक दिन उसके दिल में ये आस है

वो अकेला है फिर भी सबके साथ है

वो शहीद हुआ हमारे लिए खास बात है

हम भूल जाते हैं ऐसे वीरो को ये बड़ी शर्म की बात हैै

वो अकेला है फिर भी सबके साथ है।



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