हैप्पी मदर्स डे
हैप्पी मदर्स डे
वह माँ ही है जिसके रहते,
जिंदगी में कोई ग़म नहीं होता,
दुनिया साथ दे या ना दे पर,
माँ का प्यार कभी कम नहीं होता...
तुम क्या सिखाओगे मुझे
प्यार करने का सलीका
मैंने माँ के एक हाथ से
थप्पड़ तो दूसरे हाथ से रोटी खायी है....
जब हमें बोलना नहीं आता था
तो माँ समझ जाती थी,
आज हम हर बात पर
कहते हैं माँ तू नहीं समझेगी....
मैं जो कुछ भी हूँ या होने की
आशा रखता हूँ
उसका श्रेय सिर्फ मेरी माँ
को जाता है....
मैं करता रहा सैर
जन्नत में रात भर
सुबह उठकर देखा
तो सर माँ के क़दमों में था...
ये लाखों रूपए मिट्टी हैं
उस एक रुपये के सामने
जो माँ हमें स्कूल जाते
समय देती थी.....
बचपन में चोट लगते ही माँ
हल्की फूंक मारकर कहती थी
बस ठीक हो जायेगा.....
वाकई माँ की फूंक से बड़ा
कोई मरहम नहीं बना...
जिस घर में माँ होती है,
वहां सब कुछ खुशहाल रहता है
एक बात हमेशा याद रखना !
मंदिर बनाना, मस्जिद बनाना,
अनाथ आश्रम बनाना,
अस्पताल बनाना, गुरुद्वारा बनाना,
चर्च बनाना, स्कूल बनाना पर
कभी वृद्धा आश्रम मत बनाना।
अपने माता पिता को हमेशा
दिल से लगाकर रखना।
क्यूँ की माँ के पैरों के नीचे जन्नत है....