एक लड़का है
एक लड़का है
देखता है, परखता है, जानता है, पर छिपा लेता है !
एक लड़का है, जब टूट जाता है, तो मुस्कुरा देता है !!
वक्त सा चलता रहता है वो,
ना किसी का होता है, न ठहरता है वो,
रोज उजड़ते हैं उसके आशियाने,
पर हर उजड़े आशियाने में, अपना ठिकाना बना लेता है !
एक लड़का है, जब टूट जाता है, तो मुस्कुरा देता है !!
बंद होगी खुशियां किसी मुट्ठी, किसी कोने में,
कभी किसी को पाने, कभी किसी का होने में,
पर औरों की मुस्कान से ही, अपनी खुशी पा लेता है !
एक लड़का है, जब टूट जाता है, तो मुस्कुरा देता है !!
वो लड़का जो अक्सर खोया रहता है,
आंखें खुलती हैं, पर सोया-सा रहता है !
वो लड़का जो ना हो पाया, जहां में किसी का,
पर हर किसी के सुख-दुख को अपना बना लेता है,
एक लड़का है, जो टूट जाता है, तो मुस्कुरा देता है !!
