डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम -गीत
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम -गीत
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम
भारत के वीर सपूत कलाम
त्रिबार नमन, तुम्हें त्रिबार सलाम
कलम लिखता हैं भारतवासियों का नाम
उस नाम में अनमोल डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम
पावन हुई भूमि रामेश्वरम
जिस स्थल पर कलाम का जनम
गरीबी का जीवन, गरीबी में शिक्षण
जिद्द और हिम्मत, उनका जीने का लगन
पढ़ाई में दिल, अनमोल था जीवन
ऊंची शिक्षा पाकर, किये बड़े संशोधन
हौसले बुलंद थे ,उनके यत्न बार बार
कामयाब हुए कलाम उनके सब हुए सपने साकार
भारत के वीर सपूत
इस मिट्टी के सपूत
बन गए महान अणूशास्रज्ञ
बन गए मिसाइल शास्रज्ञ
मिसाइल के जनक, खोजक
प्यारे बच्चों के अध्यापक
भारत के बड़े महान लेखक
भारत के प्यारे अनुशासक
भारत के बड़े रक्षक
भारत के क्रांतीकारक
भारत के बड़े वैज्ञानिक
भारतरत्न के सम्मानक
एकता के रक्षक
अखंडता के रक्षक
बड़े थे समाज सेवक
देश के राष्ट्रपति सम्मानक
भारतीय आर्मी के शासक
भारत का कोहिनूर हीरा हैं
ऐसा महान व्यक्ति भारत की शान है
भारत का चमकता हुआ एक नया तारा है
खोज की अध्याय ,रचा हुआ इतिहास है
भारत के नारे हैं
भारत की यादें हैं
भारत के सच्चे देशभक्त है
भारत की बड़ी विचारधारा है
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम फाऊंडेशन है
उनके कार्य के विचार फैलाना है
वाचन दिन हर साल मनाना है
उनकी यादें सूरज, चाँद तक रखना है
