आगे बढ़ते चल
आगे बढ़ते चल
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हर कठिन समस्या का समाधान है तू
हर टेढ़े सवाल का ज़वाब भी तू
कठिनाईयों से किसी भी न तू डर
अब बस तू आगे बढ़ते चल।
तेज आँधी में जलती मशाल है तू
कीचड़ मे भी खिले वो कमल भी तू
जीत तेरी ही है तू सिर्फ बिना रुके लड़
अब बस तू आगे बढ़ते चल।
सुनामी से भी ना डरे वो तैरती नाव है तू
बादल के उपर छलांग लगाने वाला पंछी भी तू
तूफ़ानों को चिर के तू अपने लक्ष्य की ओर निकल
अब बस तू आगे बढ़ते चल।
अंधेरे को रोशन करने वाला चाँद है तू
हर काली रात के बाद आने वाली सुनहरी सुबह भी तू
न कर चिंता मिलेगा सही समय पे फल
अब बस तू आगे बढ़ते चल।
हारने के कारण खेलना छोड़ दे वो खिलाड़ी नहीं है तू
जालसाजी करके जीते ऐसा इंसान भी न तू
तू खेल, जीत मिलेगी जरूर, आज नहीं तो कल
अब बस तू आगे बढ़ते चल।
पिछड़े हुए के लिए आशा की किरण है तू
जुल्म करने वाले पापियों का काल भी तू
सच्चाई के लिए ही तू जी और मर
अब बस तू आगे बढ़ते चल।