खाली समय
खाली समय
अपने खाली समय को शुक्रिया कर,
वो बस खाली समय नही,
जिगरी दोस्त है तेरा,
दोस्त बहुत होंगे जोवन में,
पर ऐसा दोस्त नही तेरा,
जिससे कुछ भी कहो
वो हर लफ्ज़ सुनता है
कितना भी रोना इसमे
ये हर अश्क़ चुनता है
विचारों का मंथन कराता,
ये बनता शिक्षक है
जब तू हो जाता इससे परेशान
तब ये नए तोहफे दे करता हैरान
कहता क्यों बैठा तू मौन है
क्यों होता उदास
कुछ नया सीख कुछ नया कर
जीवन में अपने नई उमंग भर
तेरी जिंदगी के हर अनसुलझे प्रश्नों का
मेरे दोस्त मेरे और तेरे पास ही जवाब है।
स्नेहा