"आत्मावलोकन "
"आत्मावलोकन "
आत्मावलोकन का सबसे सरल या सहज तरीका यह है कि रोज सोने से पहले दिन भर बोले गए नकारात्मक शब्दों और नकारात्मक भाव का आकलन किया जाए इससे आत्म मूल्यांकन होगा और इसके अलावा हमें प्रेरणा मिलेगी और हमारी शब्दावली में भी बहुत सुधार होगा इससे न केवल शब्द और स्वभाव में सुधार होगा बल्कि मन से नकारात्मकता के भाव हटते जाएंगे और प्रेम भाव बढ़ेगा जिससे आपसी संबंधों में तुलनात्मक भाव खत्म होगा और परस्पर व्यवहार बढ़ेगा। हम स्वयं की वाणी को आत्मसात कर लें संकल्प लें कि हम जीवन में जैसी भी परिस्थिति हो दूसरों पर दोषारोपण करने के बजाय खुद के कर्मों को सही करेंगे जो व्यक्ति अपने आत्म मूल्यांकन से ईमानदारी सत्य निष्ठा निष्ठा विनम्रता समय की पाबंदी और अनुशासन इन्हें आत्मसात कर लेता है उसे जीवन में हर क्षेत्र में सफलता और प्रतिष्ठा सहज ही मिल जाते हैं।
