ज़िन्दगी आपकी बदौलत थी आपने कब मिरा ख़याल किया। ज़िन्दगी आपकी बदौलत थी आपने कब मिरा ख़याल किया।
उनके अपनो को गले ही तो लगाया था मैंने फिर बार-बार पैरों पर झुका क्यूँ देते हैं ! उनके अपनो को गले ही तो लगाया था मैंने फिर बार-बार पैरों पर झुका क्यूँ देते ह...
तुम्हीं हो मेरी हर इक ग़ज़ल में तुम्हीं प आके ख़्याल ठहरा तुम्हीं हो मेरी हर इक ग़ज़ल में तुम्हीं प आके ख़्याल ठहरा
कठोर परिश्रम करके, अपने लक्ष्य को पूरा करता है, कठोर परिश्रम करके, अपने लक्ष्य को पूरा करता है,
सबसे दुखद होता है जुबान होते हुए भी बेजुबान बने रहना, ताकतवर होते हुए तटस्थ रहना। सबसे दुखद होता है जुबान होते हुए भी बेजुबान बने रहना, ताकतवर होते हुए तटस्थ र...
पलक झपकते कहाँ ये गुज़रा कई महीने ये साल ठहरा पलक झपकते कहाँ ये गुज़रा कई महीने ये साल ठहरा