मुझे बहुत पसन्द हैं तुम्हारी लम्बी खूबसूरत उंगलियां! मुझे बहुत पसन्द हैं तुम्हारी लम्बी खूबसूरत उंगलियां!
वही शंख और मसलती जा रही है अपनी खाली हथेलियाँ आज भी। वही शंख और मसलती जा रही है अपनी खाली हथेलियाँ आज भी।
उस एकाकीपन से भी अपनी यारी सी हो गई। उस एकाकीपन से भी अपनी यारी सी हो गई।