जब नाम लिखा तेरा कलम से, उठ गई उंगलियां मुझ पर। जब नाम लिखा तेरा कलम से, उठ गई उंगलियां मुझ पर।
वे तो उठाते रहेंगे उंगलियां हर रोज नई उंगलियां...... वे तो उठाते रहेंगे उंगलियां हर रोज नई उंगलियां......
मुझे बहुत पसन्द हैं तुम्हारी लम्बी खूबसूरत उंगलियां! मुझे बहुत पसन्द हैं तुम्हारी लम्बी खूबसूरत उंगलियां!
मत होना उदास मेरे बाद , रहना व्यस्त ऐसे ही ठीक अब की ही तरह ! मत होना उदास मेरे बाद , रहना व्यस्त ऐसे ही ठीक अब की ही तरह !
बिना बात उलझना मुझसे झूठ मूठ खिलाना डांट बिना बात उलझना मुझसे झूठ मूठ खिलाना डांट
विपक्ष जो चाहता है सरकार भला कब करती है आखिर विपक्ष भी सरकार की कब सुनती है, विपक्ष जो चाहता है सरकार भला कब करती है आखिर विपक्ष भी सरकार की कब सुनत...