अदृश्य गरल रस जीवाणु कोविद उन्नीस सूक्ष्म जहरीला वायरस अदृश्य गरल रस जीवाणु कोविद उन्नीस सूक्ष्म जहरीला वायरस
दिखे में है सूक्ष्म बड़ा , काम करे दीर्घ बड़ा , कहलाते वायरस, सारे हुए साइलेंस। दिखे में है सूक्ष्म बड़ा , काम करे दीर्घ बड़ा , कहलाते वायरस, सारे हुए ...
कुछ बाकी रहेगा तो, वो सुकुनी एहसास, जो मुझे तेरी बाहें देती है... कब...? तब जब सारी दुनिया भी नष्ट ह... कुछ बाकी रहेगा तो, वो सुकुनी एहसास, जो मुझे तेरी बाहें देती है... कब...? तब जब स...
जहां कहीं प्रकाश रोको वहां तम आ जाता, क्या है इसका वेग बोल तू क्या है पाता ? जहां कहीं प्रकाश रोको वहां तम आ जाता, क्या है इसका वेग बोल तू क्या है पाता ?
उलट-पलट रहता है चलता, न रहते सब दिन एक समान। उलट-पलट रहता है चलता, न रहते सब दिन एक समान।